127362. لَمْ يعد إلاّ الشرعيةَ...1 127363. لَمْ يَعُدْ قادرًا1 127364. لَمْ يَغْنَوْا1 127365. لَمْ يكد .. حتى1 127366. لم يكن1 127367. لَمْ يكن موجودًا1127368. لَمْ يَنْسَاه1 127369. لمْ ينَلاَ1 127370. لَمْ يَهُنْ1 127371. لَمَّ 1 127372. لمء1 127373. لَمَأَ2 127374. لمأ7 127375. لَمَأَهُ1 127376. لمأه1 127377. لَمَا2 127378. لما8 127379. لَمَّا يجيئك .. أكرمه...1 127380. لَمَا 1 127381. لماذا1 127382. لُمَاسِيّ1 127383. لُمَاضَة1 127384. لَمَّاعِي1 127385. لِمَاعِي1 127386. لِمَام1 127387. لَمَّام1 127388. لَمَّان1 127389. لَمَايَةُ1 127390. لَمْبَة1 127391. لمبة1 127392. ْلَمَة 1 127393. لَمُثْرَنْد1 127394. لمج10 127395. لَمَجَ 1 127396. لَمَحَ2 127397. لمح16 127398. لَمَّحَ بـ1 127399. لَمَحَ 1 127400. لَمْحَةٌ1 127401. لمِحْنَدِي1 127402. لَمَحَهُ1 127403. لِمَحِيصيّ1 127404. لمخَ1 127405. لمخ4 127406. لِمَخْشِي1 127407. لمد4 127408. لِمُدَّة1 127409. لِمُدَرْدِر1 127410. لِمَدْرَسِيّ1 127411. لِمَدْغَرِي1 127412. لِمَدِيّ1 127413. لِمَدَي1 127414. لمَذَ1 127415. لمذ5 127416. لَمْز1 127417. لَمَزَ1 127418. لمز13 127419. لَمَزَ 1 127420. لمزه1 127421. لمس19 127422. لَمَسَ1 127423. لَمَسَ 1 127424. لِمَسْعُودي1 127425. لَمُسْلَخِمٌّ1 127426. لمسه1 127427. لَمَسَهُ1 127428. لَمْسي1 127429. لَمْسِيَّة1 127430. لِمُسَيْدِيّ1 127431. لمش3 127432. لَمْش1 127433. لِمَشَاشطِيّ1 127434. لِمَشْرِق1 127435. لِمُشَطِّر1 127436. لمص7 127437. لَمَصَ1 127438. لمض1 127439. لمط5 127440. لَمْط1 127441. لَمْطَةُ1 127442. لمظ17 127443. لَمَظَ2 127444. لَمَظَ 1 127445. لمظه1 127446. لمع17 127447. لَمَعَ2 127448. لُمَع1 127449. لَمَعَ 1 127450. لُمَعَات1 127451. لَمَعَان1 127452. لَمَعانِي1 127453. لَمْعَاوِي1 127454. لُمْعَة1 127455. لَمْعَة1 127456. لمعظ2 127457. لَمْعَظَةٌ1 127458. لُمْعِيّ1 127459. لَمْعِيّ1 127460. لَمْعِي الدين1 127461. لَمْعِيَّة1 Prev. 100
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لَمْ يكن موجودًا
الجذر: و ج د

مثال: لَمْ يكن موجودًا في بيته
الرأي: مرفوضة
السبب: للحشو في بناء الجملة بزيادة كلمة «موجودًا.

الصواب والرتبة: -لم يكن في بيته [فصيحة]-لم يكن موجودًا في بيته [فصيحة]
التعليق: أوجب جمهور النحاة حذف الكون العام، وهو متعلّق الظرف أو الجار والمجرور المحذوف المقدّر؛ لدلالة الظرف أو الجار والمجرور عليه. ولكن نُقِل عن ابن جنِّي جواز إظهاره معتمدًا على ظهوره في قوله تعالى: {فَلَمَّا رَآهُ مُسْتَقِرًّا عِنْدَهُ} النمل/40، وذلك باعتبار» مستقرًّا «بمعنى» كائِنًا"، كما نُقل عن ابن مالك أن حذفه أغلبيّ، واعتمادًا على هذا الرأي يمكن تصويب الاستعمال المرفوض ونظائره. وقد أجازه مجمع اللغة المصري، لكنه تردَّد في تخريجه هو ونظائره، فتارة اعتبره من الكون العام أخذًا برأي ابن جني وتعويلاً على ما ذكره ابن مالك، وتارة اعتبره من قبيل الكون الخاص لا العام.
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