108390. عَزُوفة1 108391. عَزُوفِي1 108392. عَزُوم1 108393. عَزُومِي1 108394. عَزَوَى 1 108395. عِزْوِيتُ1108396. عزى3 108397. عَزَّى بـ1 108398. عَزِّي1 108399. عِزِّيّ1 108400. عَزِيّ1 108401. عِزِّي1 108402. عزي5 108403. عزيان1 108404. عَزِيبٌ1 108405. عُزَيْب1 108406. عَزِيب1 108407. عُزَيْبة1 108408. عَزِيبة1 108409. عَزِيبو1 108410. عِزْيَة1 108411. عِزِّيّة1 108412. عَزِّيّة1 108413. عزير1 108414. عُزَيْرَان1 108415. عُزَيْز1 108416. عَزيز1 108417. عُزَيْزة1 108418. عَزِيزَة1 108419. عُزَيْزِيّ1 108420. عَزيزِي1 108421. عزيمة1 108422. عَزِيمَة1 108423. عُزَيْمة1 108424. عِزِينَ1 108425. عزين1 108426. عس6 108427. عَسَّ1 108428. عسّ1 108429. عَسَّ 1 108430. عَسا1 108431. عسا5 108432. عَسَا1 108433. عِسَابٌ1 108434. عَسَّاس1 108435. عَسَّاسِي1 108436. عَسَّاف1 108437. عَسَّافِي1 108438. عَسَّاق1 108439. عَسَاقِيل1 108440. عَسَاكِر1 108441. عَساكِرة1 108442. عَسَّامِيّ1 108443. عَسَامِيّ1 108444. عَسّانُ1 108445. عسب19 108446. عَسَبَ1 108447. عَسْبُ الفَحْلِ1 108448. عَسَبَ 1 108449. عُسْبَان1 108450. عسبر4 108451. عسبق2 108452. عسبل1 108453. عسبه1 108454. عَسَّة1 108455. عست2 108456. عَسَجَ1 108457. عسج10 108458. عَسَجَ 1 108459. عَسْجد1 108460. عَسْجَدٌ1 108461. عسجد7 108462. عَسْجَرٌ1 108463. عسجر5 108464. عَسْجَرَ1 108465. عسجل1 108466. عَسْجَلٌ3 108467. عسجم2 108468. عسحر1 108469. عسد7 108470. عَسَدَ1 108471. عَسَدَ 1 108472. عَسْدان1 108473. عِسْرُ1 108474. عَسَر1 108475. عَسِر1 108476. عسر20 108477. عَسَرَ2 108478. عَسَرَ 1 108479. عَسْرَان1 108480. عَسْرَانَة1 108481. عسرب1 108482. عَسِرَة1 108483. عسس13 108484. عَسُسَ1 108485. عسط5 108486. عسطس5 108487. عسطل2 108488. عسطم2 108489. عسعس7 Prev. 100
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عِزْوِيتُ:
بوزن عفريت: اسم بلد، وقيل: اسم الداهية، وقيل: هو القصير، وذهب النحويون إلى أن الواو في ذوات الأربعة لا تكون إلا زائدة مثل قسور وجرول وترقوة إلا أن يكون مضاعفا نحو قوقيت وضوضيت، قالوا: وعزويت فعليت مثل عفريت وكبريت فلا يكون من هذا الباب لأن الواو فيه أصل، قالوا: ولا يمكن أن يكون الواو في عزويت أصلا على أن تكون التاء من الأصل أيضا
لأنه كان يلزمك أن تجعل الواو أصلا في ذوات الأربعة ويكون وزنه فعليلا، قالوا: ولا يجوز أن تجعلها أيضا زائدة مع أصالة التاء لأنه كان يلزم أن يكون وزنه فعويل وهذا مثال لا يعرف فلا يجوز الحمل عليه، فإذا لم يجز أن يكون فعليلا ولا فعويلا كان فعليتا بمنزلة عفريت لأنه من العفر فمن هنا كانت الواو عنده أصلا إلا ما كان من الزمخشري فانه ذكر عدّة أمثلة ثم قال: إلا ما اعترض من عزويت يعني أن الواو فيه أصل والتاء أصل فهو عنده فعليل مثل برطيل وقنديل.
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